घरो में बल्ब किस प्रकार के बल्ब जलाने चाहिए?:- जैसा कि आप जानते है कि जरूरत से ज्यादा कोई भी चीज़ खतरनाक होती है इसीतरह जरूरत से ज्यादा प्रकाश भी हमारे लिए काफी नुकसानदायक होता है। आज के अपने इस आर्टिकल में हम इसी बारे में बात करेगे कि आपको अपने घरो या दुकानी में किस प्रकार के और कितने वाट के बल्ब लगाने चाहिए। अगर आप यह सभी जानकारी लेना चाहते है तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़े जिससे आप अपने घरो और ऑफिस के लिए लाइट के सही बल्ब चुन सके जिससे आपको किसी तरह का कोई नुकसान ना हो।
जब हम अपने आसपास सही वाट के और जरूरत के अनुसार प्रकाश उत्पन्न करने वाले बल्ब प्रयोग करते है तो इससे हमारी आँखों के साथ साथ हमारे स्वास्थ्य पर भी काफी प्रभाव पड़ता है।
घरो में बल्ब किस प्रकार के बल्ब जलाने चाहिए
जब आप अपने घरो से बाहर किसी जगह या फिर शौपिंग मॉल जहाँ जरूरत से ज्यादा प्रकाश को उत्पन्न किया जाता है जोकि यहाँ के लोगो के स्वास्थ्य पर काफी ज्यादा प्रभाव डालता है और यह प्रकाश प्रदुषण की केटेगरी में आता है। इस तरह की जगह पर आपको सबसे ज्यादा प्रकाश उत्पन्न करने वाली T5 केटेगरी की ट्यूब लाइट्स का उपयोग किया जाता है। अब यहाँ सवाल यह उठता है कि क्या इतना प्रकाश करना जरुरी है जो बहुत से लोगो की आँखों पर काफी ज्यादा बुरा प्रभाव डालता है।
ऐसे लोग जो इस तरह की जगह पर काम करते है उनको बहुत ही जल्दी अपनी आँखों में जलन और नीद ना आने की आदत या फिर सिर में दर्द जैसे समस्याएँ होती है। इस लिए आज में अपने इस आर्टिकल में हम आपको प्रकाश प्रदुषण और इससे होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी देगे,जिससे आप इस बारे में जानकारी रख सके और इस तरह की जगह पर जाने से या फिर काम करने से बचे।
प्रकाश प्रदुषण क्या होता है | What is Light pollution
जैसा कि आप जानते है कि कोई भी चीज़ जरूरत से ज्यादा हानिकारक होती है। इस तरह यह प्रकाश प्रदुषण भी होता है। जब किसी जगह पर जरूरत से ज्यादा प्रकाश उत्पन्न किया जाता है जहाँ पर उतने प्रकाश की जरूरत नही होती है तो उसको प्रकाश प्रदुषण कहते है। यदि आप नही जानते तो आपको बता दु कि प्रकाश प्रदुषण को लुमिनस प्रदूषण भी कहते है। प्रकाश प्रदूषण वहां भी होता है जब कृत्रिम प्रकाश उस जगह उत्पन्न किया जाता है जहाँ उस प्रकाश की कोई जरूरत नही होती है यह सिर्फ प्रकाश का व्यय होता हैं इस लिए उसको प्रकाश प्रदूषण कहते है। जरूरत से अधिक प्रकाश मानव स्वास्थ्य को हानिकारक रूप से प्रभावित भी करता है और घर के अंदर अत्यधिक तेज प्रकाश, प्रकाश प्रदूषण का एक प्रमुख कारण होता हैं।
प्रकाश प्रदुषण के मानव जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव | Effects of light pollution on human life
- प्रकाश प्रदुषण का मानव जीवन पर पड़ने वाला पहला और सबसे स्पष्ट प्रभाव है कि यह बिजली या ऊर्जा की पूर्ण रूप से बर्बादी होती है जिसका सीधा प्रभाव हमारे बिजली के बिल और हमारे आने वाली पीढ़ी के लिए उर्जा क संशाधनो की कमी है। अगर हम अपनी जरूरत के अनुसार वाट की क्षमता वाले बल्ब के साथ प्रकाश की उचित मात्रा का ही उपयोग करें, तो हम उर्जा के इस अनावश्यक व्यय को रिक सकते है और साथ ही बिजली का बिल भी कम किया जा सकता है।
- ऐसे बाहरी क्षेत्र खुले हुए है जैसे कि बस स्टैंड, एअरपोर्ट, मॉल में अत्यधिक प्रकाश के बल्ब प्रोयग किये जाते है जो वहां पर काम करने वाले वर्कर्स के लिए काफी ज्यादा परेशानी उत्पन्न करते है। ऐसे लोगो में सिर दर्द के साथ आँखों में दर्द की समस्या बनी रहती है।
- उस तेज प्रकाश का हानिकारक प्रभाव यह भी है कि यह रोड के किनारों पर लगे हुए ऐसे बल्ब जो जरूरत से ज्यादा प्रकाश उत्पन्न करते है वो उन सड़कों पर गाड़ी चला रहे ड्राइवरों के साथ साथ पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए भी समस्या उत्पन्न करते है। इससे आखों पर पड़ती तेज रौशनी के कारण सामने की दृश्यता तो प्रभावित होती ही हैं साथ ही यह एक असुरक्षित ड्राइविंग की स्थिति भी पैदा करती हैं।
- इन सभी बातों के अलावा प्रकाश प्रदूषण हमारे पर्यावरण (इकोसिस्टम) के लिए भी नुकसान पहुचाता है।
यदि आप मानव स्वास्थ्य पर पड़ते प्रकाश प्रदूषण के प्रभाव के बारे में और अधिक जानकारी लेना चाहते है तो आप अमेरिकी राष्ट्रीय मेडिसिन पुस्तकालय की इस बुक को पढ़ सकते है जो प्रकाश प्रदुषण के बारे में लिखी गयी है। इस बुक का लिंक नीचे दिया गया है जिस पर क्लिक करने के बाद आप इस बुक को पढ़ सकते है।
अमेरिकी राष्ट्रीय मेडिसिन पुस्तकालय की बुक लिंक : http://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2627884